Wednesday 4 March 2015

Ayurvedic tips



आयुर्वेदिक घरगुती उपाय...........................
1) मूँह में छाले होनपर तुलसी के पत्तों का रस जीभ व दाँतो पर लगायें छाले ठीक हो जाते है I
2) नपुंसकता हो तो ज्युस में चूना मिलाकर पिजीए I
3) निंबू के रस में हिंग मिलाकर चाटने से मिर्गी में आराम मिलता है I
4) हर दिन एक कप अनार का रस पिने से पेट साफ रहेता है I
5) नियमीत सेब खाने से कब्ज दूर होता है I
पंचगव्य का उपयोग......................
1) कोढ जैसे भयंकर रोगो को समूल उखाडने में देसी गाय का दही का मठ्ठा रामबाण इलाज है I
2) खाज, फुन्सीयों में देसी गाय के गोमूत्र में अंबेहल्दी चूर्ण मिलाकर पिना चाहीए I
3) देसी गाय के दही से निकाले मक्खन में केसर मिलाकर होठोंपर मलने से होठों की लालीमा बढ़ती है I
4) देसी गाय की छांछ में काली मिर्च पिसकर लेपने से गंडमाला में आराम मिलता है I
5) छोटी बछडी का गोमूत्र प्रतिदीन तोला दो तोला पिने से पेट के रोग दूर होते है I
भाई राजीव दिक्षीत
1) हर साल हम लगभग 70 ग्राम जहर खा लेते है I सेंधा नमक इस जहर को कम करता है और थाइराइड, लकवा, मिर्गी आदी बिमारीयों को रोकता है I
2) समुद्री और सेंधा नमक में 84 मिनरल्स होते है I
3) रिफाइंड नमक में 98% सोडीअम क्लोराईड ही होता है I
4) खाने के लिए घानी का तेल सबसे अच्छा है क्योंकि तेल बनाते समय उसका तापमान 20 अंश से 25 अंश सेन्टीग्रेट से उपर नहीं जाता इसलीए उस तेल के तत्व नष्ट नहीं होते I
5) रिफाइंड तेल को बनाने में उच्च तापमान का उपयोग किया जाता है I इससे उस तेल के पौष्टीक तत्व नष्ट हो जाते है I
देसी गाय के महत्त्व.................
1) भारतीय देसी गाय का दूध कम होने के बावजूद अमृत समान है I
2)
देसी गाय का दूध सेवन करने वाले मनुष्योंको बुढापा शीघ्र पीडीत नहीं करता I
3)
देसी गाय के गोमूत्र में 24 प्रकार के रसायन होते है I
4)
भारतीय आयुर्वेद विज्ञान में देसी गाय के गोमूत्र को महाऔषधी घोषीत कीया गया है I
आयुर्वेदिक घरगुती उपाय
1)
गन्ने का रस पिने से हड्डीयां मजबुत होती है, शरीर में स्फुर्ती और ताकत आती है I
2)
महिलाओं की मासीक धर्म की सभी समस्या चूना खाने से दूर होती है I
3)
आंवला सेवन करने से हाय ब्लडप्रेशर दूर होता है I
4)
हल्दी स्मरणशक्ती तीव्र करती है I
5)
हिरडा खाने से स्मरणशक्ती बढ़ती है I
पंचगव्य का उपयोग
1)
खुन की कमी होनेपर देसी गाय का गोमूत्र अर्क, गोमूत्र घनवटी या गोमूत्र हरीतवटी का सेवन करें I
2)
देसी गाय का खट्टा-मिठ्ठा दही आंतो और पेट के लिए गुणकारी है I
3)
उदर रोग होनेपर देसी गाय के गोमूत्र में सैंधव नमक और राई चूर्ण मिलाकर पिनेसे आराम मिलता है I
4)
नाक में दो-दो बुंद देसी गाय का घी डालने से न्यूमोनीया में आराम मिलता है I
5)
नाक के रोग होनेपर रोगी को देसी गाय की छांछ और दही की लस्सी पिलाने से आराम मिलता है Iभाई राजीव दिक्षीत
1)
सबेरे भोजन के बाद तेज गती से चलना हानीकारक है I
2)
शाम को खाना खाने के बाद थोडी देर चलना आवश्यक है I
3)
रात को खाना खाकर तुरंत सो जाना हानीकारक है I
4)
रात को दही का सेवन निषीध्द है I
5)
भोजन के तुरंत बाद जल का सेवन ना करें I

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